Best 5 Yoga Poses for joint pain & arthritis in Hindi | जोड़ों के दर्द और गठिया के लिए योग: योग के नियमित अभ्यास से पीठ दर्द, गर्दन के दर्द और जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है। शरीर के सभी प्रकार के दर्द योगासन और प्राणायाम द्वारा ठीक हो सकते हैं।
आज की व्यस्त जीवन शैली में व्यक्ति के पास बैठने और अपने बारे में सोचने का समय मुश्किल से ही मिलता है। वर्क फ्रॉम होम के नेचर ने सभी को कई बीमारियों के साथ एक चलती मशीन बना दिया है। लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहने और स्वस्थ भोजन न करने से लोग जोड़ों के दर्द से पीड़ित हो रहे हैं। गर्दन, पीठ और घुटने के दर्द ने कई लोगों को जकड़ लिया है। हालांकि, अपनी जीवनशैली में थोड़ा सा बदलाव करके और रोजाना योग का अभ्यास करके इन जोड़ो के दर्द को ठीक किया जा सकता है। योग आसनों के नियमित अभ्यास से आपको पीठ दर्द, गर्दन के दर्द और जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है।
योग आसनों से करें हड्डियों को मजबूत
- जोड़ों के दर्द के लिए सूक्ष्म व्यायाम बहुत जरूरी हैं। यह घुटने के दर्द को दूर करने में मदद करता है और इंद्रियों को तेज करता है।
- गर्दन, पीठ और घुटने के दर्द को ठीक करने के लिए चक्की आसन, स्थित कोणासन, मकरासन, भुजंगासन, मर्कटासन, सेतुबंध आसन और उत्तानपादासन जैसे योग आसन करने चाहिए।
1. चक्की आसन (Chakki Asana) Mill Churning Pose
कैसे करें :-
- दण्डासन की स्तिथि में बैठ जाएँ |
- कमर गर्दन सीधी रखते हुए दोनों हाथों को इंटरलॉक करते हुए सामने की तरफ ले आएं |
- साँसों को भरते हुए अपनी क्षमता अनुसार आगे की तरफ जाएँ घुटने और कोहनियां सीधे रहेंगें |
- साँसों को खाली करते हुए पीछे की तरफ झुकें |
- यही क्रिया पहले क्लॉकवाइज़ करेंगें फिर एंटी-क्लॉकवाइज़ करेंगें |
- 10-10 बार दोनों तरफ से ये क्रिया करेंगें|
2. स्थित कोणासन (Stithkon Asana) Sitting Angle Pose
कैसे करें :-
- दण्डासन की स्तिथि में बैठकर दोनों पैरों के बीच तीन फ़ीट का फ़ासला कर लें |
- कमर गर्दन सीधी रखते हुए हाथों को साइड में फैला लेंगें|
- साँसों को भरते हुए सीधे हाथ से उलटे पैर के पंजों को छुएंगे और उल्टा हाथ ऊपर की तरफ जाएगा इसी तेह से साँसों को खाली करते हुए वापिस आयेंगें और पुनः साँसों को भरते हुए उलटे हाथ से ये क्रिया दोहराएंगे |
- 10 से 15 बार दोनों तरफ से ये क्रिया करेंगें|
3. मकरासन (Makarasana) Crocodile Pose
कैसे करें :-
- पेट के बल लेट जायेंगें |
- कोहनियों को स्टैंड बनाकर हाथों की हथेलियों को ठोड़ी के निचे रखेंगें |
- साँसों को भरते हुए पैरों की एड़ियों को बारी बारी से नितम्बों से लगायेंगें |
- यह क्रिया दोनों पैरों से बारी-बारी करेंगें |
- 15 से 20 बार इस क्रिया को करेंगें |
4. भुजंगासन (Bhujangasana) Cobra Pose
कैसे करें :-
- पेट के बल लेट जायेंगें |
- हाथों की हथेलियों को कंधों के बराबर रखेंगें |
- साँसों को भरते हुए नाभि तक उठ जायेंगें |
- अपनी क्षमता अनुसार इस स्तिथि में रुकेंगें |
- साँसों को खाली करते हुए वापिस आ जायेंगें |
- 5 से 7 बार इस क्रिया को करेंगें |
5. सेतुबंध आसन (Setubndhasana) Bridge Pose
कैसे करें :-
- धीरे से अपनी पीठ के बल लेट जाएं।
- अपने घुटनों को मोड़ें और अपने पैरों को जमीन पर, कूल्हों-चौड़ाई की दूरी से अलग रखें, एड़ी को नीचे की तरफ घुमाएं और भुजाओं को बांधे रखें।
- जब आप श्वास लेते हैं, तो श्रोणि को नीचे की ओर दबाएं और पैरों और हाथों को जमीन में रखते हुए , अपने कूल्हों को आकाश तक ले जाएँ ।
- जैसा कि आप साँस छोड़ते हैं, रीढ़ को नीचे रखें, कशेरुकाओं द्वारा कशेरुका।
- 5 से 8 बार दोहराएं।
6. उत्तानपादासन (Uttanapadasana) Raised Leg Pose
कैसे करें :-
- कमर की तरफ से लेट जाएँ |
- हाथों को जाँघों के साइड में रखेंगें |
- साँसों को भरते हुए दोनों पैरों को एक साथ 1 फ़ीट तक उठाएंगें |
- अपनी क्षमता अनुसार कुछ देर इसी स्तिथि में रुकेंगें और धीरे-धीरे वापिस आ जायेंगें |
- 5 से 6 बार इस क्रिया को करेंगें |
प्राणायाम
- प्राणायाम से शरीर में रक्त संचार सही रहता है जिससे हमारे अंगों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
- दिन की शुरुआत सूर्य नमस्कार से करें और फिर प्रभावी परिणामों के लिए कपालभाति, अनुलोम विलोम और भस्त्रिका जैसे प्राणायाम करें। कपालभाति आधे घंटे से एक घंटे तक की जा सकती है।
- प्राणायाम का समय हमेशा बढ़ाते रहना चाहिए क्योंकि शरीर को इसकी आदत हो जाती है।
1. भस्त्रिका प्राणायाम (Bhastrika Pranayama) Yogic Breath of Fire
कैसे करें:- Read More
2. कपालभाती प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) Breath of Fire
कैसे करें :- Read More
3. अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Anulom-Vilom Pranayama) Alternate Nostril Breathing
कैसे करें :- Read More
जोड़ो के दर्द के लिए घरेलु उपचार (Home Remedies for Joint pain and Arthritis)
- विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए लगभग आधा घंटा धूप में बैठें |
- कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए जौ, सिंघाड़े आदि का आटा मिलाकर सेवन करें।
- दूध, दही, छाछ और अन्य दुग्ध उत्पादों का सेवन करें |
- अगर आप कमर दर्द से परेशान हैं तो हल्दी, मेथी, सोंठ को पीसकर चूर्ण बना लें। इसके बाद इसे रात को भिगो दें और दूसरे दिन सुबह इसका सेवन करें |
- जोड़ों के दर्द और गठिया से छुटकारा पाने के लिए एलोवेरा, गिलोय का सेवन करें|
- परिजात और एलोवेरा का काढ़ा पिएं। इससे शरीर में गर्मी नहीं बढ़ेगी |
- हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए अलसी का इस्तेमाल किसी भी तरह से करें |
- स्प्राउट्स खाएं जिसमें मेथी, मूंगफली, छोले और अनाज मिला सकते हैं।
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