Best Deep Breathing Exercises for increase lungs capacity in Hindi

Best Deep Breathing Exercises for increase lungs capacity in Hindi

Best Deep Breathing Exercises for increase lungs capacity in Hindi
Best Deep Breathing Exercises for increase lungs capacity in Hindi
  • ब्रीथिंग एक्सरसाइज में हमारा ज़्यादा समय नहीं लगता है |
  • दिन में कुछ समय जैसे 5 मिनट से आप शुरुआत कर सकते है |
  • पूरे दिन वैसे तो सबसे उत्तम समय सुबह का है परंतु आप पूरे दिन में कभी भी आवश्यकता होने पर अभ्यास कर सकते हो |
  • समय की अवधि अपने समय और अभ्यास अनुसार बढ़ा लें |
  • आपको जिस भी ब्रीथिंग एक्सरसाइज की ज़रुरत हो उसका अभ्यास आप कर सकते हो |

तनाव और चिंता को कम करने व फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के लिए 10 श्वांस अभ्यास बताये गयें है :-

  1. उदरीय श्वसन (डायाफ्रामिक ब्रीदिंग) Diaphragmatic breathing

उदरीय श्वसन (डायाफ्रामिक ब्रीदिंग) Diaphragmatic breathing
उदरीय श्वसन (डायाफ्रामिक ब्रीदिंग) Diaphragmatic breathing

यह सांस लेने की एक ऐसी तकनीक है जिसमें शरीर का डायाफ्राम सिस्टम शामिल होता है |

जब आप आराम क्र रहे हो तो इसका अभ्यास कर सकते हो |पहले करते समय आपको थकावट महसूस होगी परन्तु धीरे-धीरे अभ्यास के साथ आप सांसों पर नियंत्रण करने लगेंगें |

डायाफ्रामिक सांस लेने के तरीके (Diaphragmatic saans lene ke tarike) How to do Diaphragmatic Breathing in Hindi :

  • आराम से लेट या बैठ जाएं।
  • अपने छाती/सीने के ऊपर एक हाथ को रखें|
  • दूसरे हाथ को रिब्स के नीचे रखें।
  • नाक से साँसों को धीरे-धीरे भरें |
  • बाद में होठों से साँसों को भरें |

अवधि:- 5 से 7 मिनट तक करें |

  1. मूर्छा प्राणायाम (Moorchha Pranayama) Moorcha Pranayama

(Moorchha Pranayama) Moorcha Pranayama
(Moorchha Pranayama) Moorcha Pranayama

मूर्छा का अर्थ है बेहोशी। इसका अभ्यास करने से चक्कर महसूस होने लगते हैं। इसके द्वारा मानसिक स्तिथि में सुधार करता है और शान्ति का अनुभव प्रदान कराता है।

मूर्छा प्राणायाम करने के तरिके (Moorcha Pranayama Karne ke Tarike) How to Do Moorcha Pranyama In Hindi:-

  • आराम की स्तिथि में बैठें |
  • शरीर को ढीला छोड़ दें|
  • हाथों को घुटनों पर रखें |
  • कमर गर्दन सीधे रखेंगे |
  • तालू की ओर जीभ को घुमाएंगे |
  • सिर को पीछे की तरफ झुकाते हुए साँसों को नाक द्वारा धीरे-धीरे भरेंगें |
  • हथेलियों से घुटनो पर दबाव डालेंगें |
  • साँसों को धीरे-धीरे भरेंगें और खाली करेंगें |
  • जब चक्कर आने महसूस होने लगें तो आराम करते हुए धीरे-धीरे सांस छोड़ें|

अवधि:- अपनी क्षमता अनुसार या 1घंटे |

  1. भस्त्रिका प्राणायाम (Bhastrika Pranayama) Yogic Breath of Fire

भस्त्रिका प्राणायाम (Bhastrika Pranayama) Yogic Breath of Fire
भस्त्रिका प्राणायाम (Bhastrika Pranayama) Yogic Breath of Fire

इस क्रिया में बलपूर्वक और तेज़ साँस लेने और छोड़ने की ज़रुरत होती है। इस क्रिया द्वारा फेफड़ों की क्षमता बढ़ जाती है।

भस्त्रिका प्राणायाम करने के तरिके ( How to Do Yogic Breath of fire ):-

  • किसी भी आसन(सिद्धासन, पद्मासन, सुखासन, वज्रासन) में बैठ सकते है |
  • साँसों को भरते हुए हाथों को ऊपर उठाये|
  • हाथों के पंजे खुलें रहेंगें |
  • साँसों को तेज़ी से खाली करते हुए हाथों की मुट्ठी बनाते हुए निचे कंधों के बराबर में लायेंगें |
  • अपनी मुट्ठी खोलो।
  • यही क्रिया 15 से 20 बार करेंगें |
  • रिलैक्स करें और साँसों को नार्मल कर लें |

अवधि:- कम से कम 2 राउंड करें |

  1. कपालभाती प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) Breath of Fire

कपालभाती प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) Breath of Fire
कपालभाती प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) Breath of Fire

जब भी प्राणायाम किया जाता है तो हमारे शरीर से विषैले पदार्थ साँसों द्वारा बाहर निकलते है| कपालभाति द्वारा हमारा शरीर अंदर से डिटॉक्स होता है।

कपालभाति करने के तरीका (Kapalbhati Karne ka Tarika) How to do Breath of Fire in Hindi:-

  • किसी भी सुखमय आसन में बैठ सकते है |
  • इस प्राणायाम को करे समय आप अपने रीढ़ की हड्डी सीधा रखें |
  • हाथों को हथेलियों को घुटनों के ऊपर रखें हथेलियों का रुख ऊपर की तरफ रहेगा |
  • मुख बंद करके नासिका द्वार सांस को बाहर छोडेंगें |
  • पेट अपने आप अंदर जाएगा |

अवधि:- 5 से 15 मिनट तक आप इसका अभ्यास कर सकते तत्पश्चात अपनी आवश्यकता अनुसार इसका समय बढ़ा सकते है ।

  1. केवली प्राणायाम (Kevali Pranayama) Control of Breath

केवली प्राणायाम (Kevali Pranayama) Control of Breath
केवली प्राणायाम (Kevali Pranayama) Control of Breath

प्राणायाम को सो-हम और हमसा के रूप में भी जाना जाता है । ध्यान करते समय आपको मन ही मन सो-हम मंत्र का जाप करना है  ‘सो’ श्कसांस को भरते समय और  ‘हम’ सांस को बाहर निकालते समय जपा जाएगा। एक ध्वनि प्रतीत करनी है |

केवली प्राणायाम करने का तरीका (Kevali Pranayama Karne ka Tarika) How to do Control of Breath in Hindi:-

  • एक आरामदायक स्तिथि में बैठें |
  • शरीर को रिलैक्स करें |
  • धीरे से मन में मंत्र(सो-हम) का जाप करते हुए साँसों को भरे व खाली करें |
  • साँसों को थोड़ा बहुत रोकेंगे जीतना आप अपनी क्षमता अनुसार रोक सकते हो |
  • रिलैक्स करेंगें |
  1. अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Anulom-Vilom Pranayama) Alternate Nostril Breathing

अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Anulom-Vilom Pranayama) Alternate Nostril Breathing
अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Anulom-Vilom Pranayama) Alternate Nostril Breathing

प्राणायाम में सांसों को बाहर निकालना व भरना शामिल है | साँसों को भरते समय नासिका को एक एक करके बंद करने की आवश्यकता पड़ती है | इस क्रिया द्वारा शारीरिक और मानसिक दोनों लाभ प्राप्त होते है |

अनुलोम विलोम प्राणायाम करने का तरीका (Anulom-Vilom Pranayama krne ka Tarika) How to do Alternate Nostril Breathing :-

  • आराम से बैठे |
  • परन्तु गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखेंगें |
  • अपने एक हाथ को घुटने के ऊपर रखेंगें, हथेलियों का रूख ऊपर की तरफ |
  • अपने अपने सीधे हाथ के अंघूठे को सीधी नासिका पर रखें व अनामिक ऊँगली को उलटी नासिका के ऊपर रखें |
  • अंघूठे से नासिका को दबायेंगें और उलटी नासिका से सांस को भरेंगें फिर उलटी नासिका को अनामिका ऊँगली से दबायेंगें व अंगूठे को रिलीफ करके सीधी नासिका से सांस को बाहर निकालेंगें फिर उसी नासिका से भरेंगें व फिर से वही क्रिया दोहराएंगे |

अवधि:- शुरुवात में 5 मिनट से शुरू कर सकते है फिर अपनी क्षमता अनुसार समय को बढ़ा सकते है |

  1. शीतली प्राणायाम (Shitali Pranayama) Cooling Breath

शीतली प्राणायाम (Shitali Pranayama) Cooling Breath
शीतली प्राणायाम (Shitali Pranayama) Cooling Breath

प्राणायाम करने से रक्त की शुद्धि होती है |हमारे शरीर की अतिरिक्त गर्मी को दूर करता है |

शीतली प्राणायाम करने के तरिके (Shitali Pranayama krne ke tarike) How to do Cooling Breath in Hindi:-

  • आरामदायक स्तिथि में बैठें |
  • आँखों को बंद कर लें |
  • साँसों को भरें व खाली करें |
  • जीभ को बाहर की तरफ लाएं और नली की तरह रोल करें |
  • अगर जीभ को रोल नहीं कर पा रहे तो होठों से ‘ओ’ बनाएं और जीभ बाहर निकाले |
  • धीरे साँसों को भरें आपको ठंडी हवा/ठंडक का आनंद महसूस होगा |
  • सांस को भरने क बाद जीभ को अंदर ले जाएँ व नाक से सांस क बाहर छोड़दें|

अवधि:- 15 राउंड कम से कम करने का अभ्यास करें |

  1. भ्रामरी प्राणायाम (Bhramari Pranayama) Humming Bee Breath

Best Deep Breathing Exercises for increase lungs capacity in Hindi
Best Deep Breathing Exercises for increase lungs capacity in Hindi

इस प्राणायाम का नाम भ्रामरी से मिला, जो काली भारतीय मधुमक्खी थी। यह क्रिया चिंता से निकालने के लिए मदद करता है।  इसे कभी भी, कहीं भी कर सकते हैं।

भ्रामरी प्राणायाम करने का तरीका (Bhramari Pranayama Karne ka Tarika) How to do Humming Bee Breath:-

  • किसी भी आसन में बैठें |
  • आँखों को बंद कर लें |
  • अपने हाथों के अंगूठे से अपने कानों के फ्लैप को बंद करें।
  • तर्जनी ऊँगली को भौहों के ऊपर हिस्से पर रखें।
  • शेष अंगुलियों को आंखों पर रखें।
  • दिमाग को आइब्रो के मध्य में केंद्रित करें।
  • एक ध्वनि (हम्म्म)प्रतीत करें |

अवधि:-पांच बार दोहराएं |

निष्कर्ष (Conclusion)

  • विभिन्न प्रकार की सांस को नियंत्रित करने वाली तकनीकें कई प्रकार के लाभ पहुंचाती हैं।
  • हर किसी का शरीर एक जैसा नहीं होता, सबके शरीर में अलग-अलग रोग पाए जातें हैं।
  • इसलिए, प्राणायाम की शुरवात करने से पहले किसी भी विशेषज्ञ से सलह ज़रूर लें।

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