Yoga Asanas for Whom Just Recovered From COVID-19 in Hindi: बधाई हो, आपने COVID-19 संक्रमण को हराया, जो मुख्य रूप से मानव पर हमला करने के लिए जाना जाता है। जब आपने खुद को इस भयानक वायरस से निजात पा लिया है, तो आपको अपनी ताकत और स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है।
यह कहा जाता है कि रिकवर करने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है क्योंकि शरीर अत्यधिक थकावट महसूस कर सकता है। जैसे, ये सलाह दी जाती है कि आप अच्छा खाएं और अपने इम्युनिटी सिस्टम और न्यूट्रिशन लेवल को बढ़ाएं और मजबूत बनाएं ।
स्वस्थ भोजन और अच्छी नींद के अलावा एंव योग आसन भी इसको रिकवर करने के लिए जाने जाते हैं। योग और आयुर्वेद जीवनशैली विशेषज्ञ के दौरान योग एक उच्चित सहायता है, क्योंकि यह ऊर्जा को बढ़ाने में सहायक होता है |
प्रारंभिक आसन (Prarambhik Asana) Preparatory Asanas
- सबसे पहले हल्के फुल्के सूक्ष्म व्यायाम से अभ्यास की शरुआत करें । टखनों, घुटनों, कूल्हों, रीढ़, कलाई, कोहनी, कंधे और गर्दन जैसे सभी महत्वपूर्ण जोड़ों को सुधार और शरीर में दर्द को कम करेगा।
- ऐसे आसन चुनें जो बहुत सरल हों लेकिन शरीर को धीरे-धीरे विभिन्न दिशाओं में ले जाने में आपकी मदद करें । ये नसों को खोलने और पूरे शरीर में संचलन की ब्लॉकेज को खोलने में मदद करेंगे, जो आपको तेजस बनाने में सहायता मिलेगी ।
- तत्पश्चात बाद में, चाइल्ड पोज़ (बालासना) Child,s Pose, क्रोकोडाइल पोज़ (मकरासना), Crocodile Pose, थंडरबोल्ट पोज़ (वज्रासन) Thunderbolt Pose, हाफ-कैमल पोज़ (अर्ध उष्ट्रासन) Half-Camel Pose, बैठक स्पाइनल ट्विस्ट (मछलियों की मुद्रा) Seated Spinal Twist , साइड बेंड्स इन इज़ी पोज़ (सुखासना भिन्नता)Side Bend In Easy Pose, सुपाइन स्पाइनल ट्विस्ट (जतरापारीवर्तन आसन) Supine Spinal Twist, पवनमुक्तासन (पवन विमोचन मुद्रा) Wind Relieving Pose , आदि का अभ्यास अपनी क्षमता के अनुसार किये जा सकते है।
चाइल्ड पोज़ (बालासना) Child,s Pose
- बालासन करने के लिए जमीन पर बैठ जाएं।
- सांस भरते हुए दोनों हाथों को सर से ऊपर ले जाएँ ।
- सर के सामने की तरफ हथेलियों को ज़मीन तक लाएं|
- गहरी लंबी सांस अंदर और बाहर लें।
- जब तक आप कर सकते हैं तब तक उस मुद्रा में रहे।
क्रोकोडाइल पोज़ (मकरासना)
- पेट के बल जमीन पर लेट जाएं|
- कोहनियों के बल सिर और दोनों कंधों को ऊपर उठाएं।
- सामने की तरफ देखें |
- पैरों के पंजों को खड़ा करके रखें |
- साँसों को नार्मल रखें|
थंडरबोल्ट पोज़ (वज्रासन) Thunderbolt Pose
- फर्श पर घुटने रखकर शुरुआत करें।
- अपने घुटनों और टखनों को एक साथ खींचें और अपने पैरों को अपने पैरों के साथ मिलाएं ।
- सांस छोड़ते हुए अपने पैरों पर बैठ जाएं। आपके नितंब आपकी एड़ी पर रहेंगे और आपकी जांघें आपके पिण्डलियों पर रहेंगी ।
- अपने हाथों को अपनी जांघों पर रखें और अपने समायोजित करें जब तक कि आप आराम से न बैठ पाएं ।
- अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करके रखें और धीरे-धीरे सांस लें।
- अपने शरीर को ऊपर की ओर खींचें और अपने टेलबोन को फर्श की तरफ ले जाएँ |
- नज़रें सामने की तरफ रहे ताकि आपकी बैठने की स्थति सीधी और सही हो और अपने हाथों की हथेलियों को जांघों पर रखेंगें |
हाफ–कैमल पोज़ (अर्ध उष्ट्रासन) Half-Camel Pose
- सबसे पहले वज्रासन में बैठें।
- पैर के पंजों को पीछे की ओर रखें |
- घुटनों को फर्श पर टिकाकर घुटनों के बल खड़े हों।
- साँसों को लेते हुए पीछे की तरफ झुके और हाथों को कमर पर रखें |
- साँस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपने सिर को ऊपर उठाएं और वापिस वज्रासन में आ जाएँ।
वक्रासन – Vakrasana
- अपने पैरों को फैलाएं और जमीन पर बैठें।
- दोनों पैरों को एक साथ मिलाएं ।
- एक पैर के घुटने को मोड़ें और इसे उठाएं और दूसरे घुटने के साथ रखें।
- रीढ़ को सीधा रखें और सांस छोड़ते समय कमर को दूसरी तरफ झुकाएं।
- अब दूसरे पैर के घुटने को हाथ की कोहनी से दबाकर दूसरे घुटने को छूने की कोशिश करें।
- श्वास बाहर छोड़ते हुए, पहली स्थिति में लौट आएं।
साइड बेंड्स इन इज़ी पोज़ (सुखासना भिन्नता)Side Bend In Easy Pose
- सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएँ |
- दोनों हाथों को सर से ऊपर की और ले जाएँ |
- एक हाथ को कान से सटाकर रखें |
- दूसरे हाथ को विपरीत घुटने पर रखें |
- अब जो हाथ घुटने पर रखा हुआ है उसके विपरीत अपनी क्षमता अनुसार स्ट्रेच करते हुए झुकें|
प्राणायाम (Pranayama) Control of Breath
प्राणायाम का अभ्यास हमेशा आसनों के बाद किया जाना चाहिए । ऐसा इसलिए क्योंकि इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ने लगता है। अनिवार्य रूप से, आपको कपालभाति प्राणायाम, अनुलोम-विलोम प्राणायाम और ब्रह्मरी प्राणायाम के अभ्यास अपने अभ्यास में शामिल करना चाहिए। ये प्राणायाम आपको अधिकतम फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने, ऑक्सीजन के लेवल में सुधार करने में मदद करता है।
रात को खाना खाने से आधे घंटे पहले भी आप प्राणायाम का अभ्यास कर सकते हैं। इससे रात में आपको अच्छी नींद लेने में मदद मिलेगी।
यदि आपको सांस की कमी महसूस हो रही हैं और अभी तक प्राणायाम के अभ्यास नहीं हो रहे हैं, तो प्रवण स्थिति में गहरी साँस लें (पेट के बल लेटना) ये भी बहुत सहायक है।
ध्यान (Dhyan) Meditation
ध्यान आपके शरीर को आराम, नींद जैसी स्थिति को प्राप्त करने में मदद करता है।हम जितना तनाव मुक्त, सकारात्मक सोच और तनावमुक्त रहेंगे हमारी ऊर्जाशक्ति उतनी ही तीव्रता से बढ़ेगी।COVID -19 शारीरिक रूप से आपको थका रहा है, यह हमें मानसिक रूप से भी थका सकता है। ध्यान करने से मन को शान्ति मिलेगी , सकारात्मक सोच बढ़ेगी, ध्यान करने की शान्ति बढ़ेगी , शरीर में ऊर्जा का एहसास बढ़ेगा।
निष्कर्ष Conclusion
- धीरे-धीरे अभ्यास करें |
- शरीर पर ज़्यादा दबाव न डालें|
- अपनी क्षमता अनुसार अभ्यास करें हमेशा अपने शरीर की सुनें |
- नियमित अभ्यास करें से शरीर में ऊर्जा प्राप्त होगी, ब्लड सर्कुलेशन ठीक होगा , ऑक्सीजन का लेवल बढ़ेगा, शक्ति का संचार होगा कमजोरी दूर होगी |
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